True Repentance: Turning Back to God's Grace

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बहुत बार हम सूचते हैं कि मनफिराव का मतलब केवल अपने पापों के लिए दुखी होना है लेकिन सचा मनफिराव सिर्फ पशत आप नहीं बल्कि अपनेखردے کو پوری روپ سے پاپ سے دور کر کے پرمیشہ کی اور لوٹنا ہے۔ [00:00:00]

यशायाह के पुस्तक पचपन और सात वचन में लिखा है कि दुष्ट अपनी चाल छोड़ दे और यहोवा की ओर फिरे और वह उसे क्षमा करे। [00:00:00]

यह हमें सिखाता है कि जब हम सचे पर्मिश्व के पास लोगते हैं तो वह हमें शमा करता है और हमें फिर से अपना लेता है। [00:00:00]

जो हम सचे मन से मन फिराब करते हैं, तो परमिश्री में माफ कर देता है, और हमें नया जीवान देता है। [00:00:00]

बाइबल कहती है, दूसरा कुरंथी पांच और सत्रा में, इसलिए यदि कोई मस्य में है, तो है नए स्रिस्ट्राइब, पुराई बाते जाती रहें, देखो, वे सब नहीं होगें। [00:00:00]

इसका मतलब है कि जब हम करमिश्वेत की ओर मुखते हैं, तो वे हमें पवित्र और नया बना देता है, हमरा आतीद मिच जाता है, और हम उसके प्रेम में एक नया जिए बाता है। [00:00:00]

हमें मानना होगा कि हम ने पाप किया है और फिर पाप से पूरी तरह से मुड़ना है, हमें पाप से दूर होकर परमेश्वर की ओर लौटना है। [00:00:00]

तीसरी कंडीशन आती है परमेश्वर के अनुग्रह को स्वीकार करना, तो ही ने पाप दिया, इसके बाद हम पाप को पहचानें और पाप से मुड़ कर हम परमेश्वर के अनुग्रह को स्वीकार करें। [00:00:00]

जब हम मन फिर आप करते हैं तो हमें विश्वास करना होगा कि पर्मिश्यों ने हमें शमा करते हैं और वो धन्य है। [00:00:00]

यदि हम अपने पापो को मानें तो वह विश्वासयोग्य और धर्मी है कि हमारे पापों को क्षमा करे और हमें सारी अधर्मता से शुद्ध करे। [00:00:00]

हमारा परमेश्वर हमें पापों को माफ करने में धर्मी है, वह क्षमा करने में धर्मी है। [00:00:00]

इस बात को याद रखें कि जब आप सच्छे मन से उसके पास लोड़ते हैं और स्वीकार करते हैं, उसके अभी अपनी मूंह से निकाल करते हैं। [00:00:00]

अगर आप को बुराई कर रही है, उसको इनकार करें और ये तीन कंडीशन जो आपको पहचानना, आपको इनकार करें और परमेश्वर के अनुग्रह को स्वीकार करें। [00:00:00]

सच्चा मनफिराव केवल दुखी होना नहीं है, बल्कि अपने पूरे दिल से पाप से दूर होकर परमेश्वर की ओर लौटना है। [00:00:00]

जब हम अपने पापों को स्वीकार करते हैं और परमेश्वर के पास लौटते हैं, तो वह हमें क्षमा करता है और हमें नया जीवन देता है। [00:00:00]

परमेश्वर हमें पवित्र और नया बना देता है, हमारा अतीत मिट जाता है, और हम उसके प्रेम में एक नया जीवन पाते हैं। [00:00:00]

हमें अपने पापों को पहचानना और उनसे पूरी तरह से मुड़ना है, तभी हम परमेश्वर के अनुग्रह को पूरी तरह से अनुभव कर सकते हैं। [00:00:00]

यदि आप आज मनफिराव करना चाहते हैं, परमेश्वर के सामने आत्मसमर्पण करें, और उसके अनुग्रह को स्वीकार करें। [00:00:00]

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